A Secret Weapon For piles treatment at home in hindi
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डिजिटल रेक्टल परीक्षा : यह निदान का दूसरा चरण है। सूजी हुई रक्त वाहिकाओं को महसूस करने के लिए डॉक्टर मलाशय में एक दस्ताने वाली, चिकनाई उंगली डालकर देखते है। जांच के दौरान, डॉक्टर स्किन टैग, स्फिंक्टर टोन और पेरिअनल हाइजीन की जांच करते हैं।
बवासीर दो प्रकार की होती हैं, जो ये हैंः-
नींबू के रस में अदरक और शहद मिलाकर सेवन करें। इससे पाइल्स में फायदा पहुँचता है।
निम्नलिखित सूचनात्मक जानकारी पढ़ें, जिसमें पाइल्स के लक्षण, कारण, प्रकार, निदान, रोकथाम और उपचार का विस्तृत विवरण दिया गया है।
जब कोई व्यक्ति बवासीर से पीड़ित होता है तो उसे निम्नलिखित लक्षणों और संकेतों का अनुभव हो सकता है। बवासीर के लक्षण हेमोराइड के प्रकार पर निर्भर करते हैं।
क्या आयुर्वेदिक उपचार बवासीर का स्थायी इलाज कर सकता है?
एलोवेरा जेल: ताजे एलोवेरा जेल को गुदा क्षेत्र पर लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
मल त्याग के बाद पूर्णता का अनुभव न होना।
जैतून के तेल में सूजन ठीक करने वाले गुण होते हैं। यह रक्तवाहिकाओं में आई सूजन को कम करता है। जैतून के तेल को बादी बवासीर के मस्सों पर लगाएं।
फल: पपीता, सेब, अमरूद, संतरा, और तरबूज जैसे फलों का सेवन करें।
छाछ को बवासीर में अमृत माना जाता है। इसमें काला नमक और भुना हुआ जीरा मिलाकर पिएं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज को दूर करता है।
यदि घरेलू उपायों more info से राहत न मिले तब विशेषज्ञ डॉक्टर से उचित इलाज लें।
यह थ्रॉम्बोस्ड आंतरिक बवासीर या बाहरी बवासीर वाले रोगियों के लिए एक विकल्प नहीं है।
शौच के वक्त जलन के साथ लाल चमकदार खून का आना।